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(Benifits of crying) हंसना ही नहीं रोना भी होता है सेहत के लिए फायदेमंद


क्या आपको पता है,  हमारे लिए केवल हसना ही  नहीं बल्कि रोना भी फायदेमंद होता है।  कहा जाता है की खुल कर हसने से ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) अच्छा बना रहता है।  वैसे तो योगासन मे भी हास्य योग का वर्णन किया गया है।  कहा जाता है हमेशा  पॉजिटिव  रहना चाहिए  है। सकारात्मक ऊर्जा के तो बहुत लाभ है,  जरूर आप रोने को नकारात्मक मानते होंगे।  


लेकिन  हम आज आपको नकारात्मक (Negative) ऊर्जा को सकारात्मक (Positive) ऊर्जा (Energy) मे परिवर्तन  करके बतायंगे।  हम बात कर रहे है रोने के फायदे की "भला रोना किसको पसंद है " लेकिन क्या आपको पता है रोने के बाद कितने फायदे होते है शायद अपने कभी महसूस भी किया होगा। रोने के बाद आप केसा महसूस करते है। 


शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद 

रोना एक सामान्य  मानव प्रतिक्रिया है जो हमारे अलग अलग इमोशन (Emotion) की  वजह से  होता है। जब हम किसी तनाव  उदास दुखी होते है तब रोना आता है। इन अलग अलग  इमोशन (Emotion) की  वजह से रोना आ ही जाता है। 

कई प्रयोगो  की  माने तो  रोना आपके तन के साथ साथ  मस्तिष्क  व मन के लिए  भी फायदेमंद होता है। इसकी शुरुवात तभी से होती है जब एक बालक जन्म लेता है वही से केमिकल रिएक्शन  प्रारम्भ हो जाता है। 

आंसुओ के जरिया टोक्सिन  निकलते है बाहर 


एक शोध के मुताबिक, जिस तरह पसीना और शरीर से यूरिन  बाहर  निकलता  है।  तो शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर  निकलते  है, वैसे ही आंसू आने पर भी आँखों की सफाई होती है।

आंसू भी 3 प्रकार के है , रिलेक्सिव, कॉन्टिनियस, इमोशनल,  क्या आपको  पता है की  केवल इन्सान ही तीसरी तरह से रो सकते है, (Emotion Crying) बहुत  ही फायदेमंद है।   

Reflex या अनैच्छिक  आंसू बाहर  निकलता है। तब  आँखों से  किसी भी प्रकार का कचरा या  धुल के कण आंसुओ के बाहर निकल जाते है।    

Basal या बुनियादी आंसू  जिसमे 95 % पानी होता है,  आँखों  को लुब्रिकेट रखता और इन्फेक्शन से बचाता है। 

Emotion या भावनात्मक आंसू  जिसमे स्ट्रेस हॉर्मोन  और टोक्सिन  की मात्रा सबसे अधिक होती है।  और इसका बाहर आना बहुत फ़ायदेमंद होता है। 

रोने से खुद को शांत करने में मिलती हेल्प 


 खुद को शांत करने  का बेस्ट तरीका है रोना।  2015 में हुई एक एक स्टडी (Study) से जुड़े शोधकर्ताओं की माने तो रोने से हमारे शरीर में  पेरासिपथेटिक  नर्वस सिस्टम (पिएनइस ) उत्तेजित हो जाता है और इसी  पिएनइस (PNS) की वजह शरीर को आराम करने और डिईजेशन में मदद  मिलता है।  रोने के फायदे आपको तुरंत नहीं दिखेंगे। कुछ देर बाद आप खुद महसूस कर पायंगे। 

रोने से दर्द होता है कम 


लम्बे समाये तक रोने से ऑक्सीटोसिन व इंडोफ्रीन जैसे हॉर्मोन (Hormone) रिलीस होते है।  ये गुड  फील केमिकल (Chemical) है, जिससे शारीरिक और भावनात्मक दोनों ही तरह के दर्द को कम करने में मदद करता। 

ऑक्सीटोसिन हमें राहत का अहसास कराता है और इसकी वजह से रोने के बाद हमारा मन शांत हो जाता है। 


मूड होता  बेहतर 


अक्सर रोने के बाद दर्द दूर होने के साथ साथ आपका मूड भी बेहतर करता है।  और आपको पहले से बेहतर फील करता है। रोते समय जब हम सिसकिया  लेते है, तो ठंडी हवा के झोके हमारे शरीर के अंदर जाते है। जिससे  ब्रेन व शरीर का तापमान (Temperature) कम होता है और रेगुलेट होने लगता है। जब आपका दिमाग (Brain) ठंडा होता है तब आपका मूड भी बेहतर हो जाता है। 


रोने से स्ट्रेस होता है कम 


जैसा की हम आपको यह  बता चुके है की किसी इमोशन की वजह से रो रहे है तो आपके आंसुओ में स्ट्रेस हॉर्मोन और दूसरे केमिकल (Chemical) की मात्रा सबसे अधिक होती है। ऐसे में रोने से ये केमिकल आंसुओ केजरिये आँखों से बह जाते है, जिससे आपका  स्ट्रेस काफी हद तक ख़तम हो जाता है। 


 

 

     

 




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